हिंदी विभाग महाविद्यालय स्थापना के साथ सन 1990 में स्थापित हुआ| हिंदी विभाग महाविदयालय का सदैव एक उपक्रमशील विभाग रहा है|
हिंदी विभाग द्वारा छात्राओं के भाषिक, वाचिक कौशल्य का विकास किया जाता है| हिंदी के विविध साहित्यकारों की जानकारी उनका जीवन
परिचय दिया जाता है| हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस, विश्व हिंदी दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष होता है| इन आयोजनों से छात्राओं के मन
में हिंदी भाषा के प्रति रूचि बढ़ती है| हिंदी भाषा में प्राप्त रोजगारों के अवसरों से वे ज्ञात होती है|
हिंदी विभाग के उद्देश्य (Vision)
हिंदी भाषा का राष्ट्रभाषा, राजभाषा, संपर्क भाषा, संचार भाषा तथा विश्वभाषा के रूप में समग्र ज्ञान दिलाना| भाषा की शुद्धता, सही उच्चारण,
लेखन एवं संवाद कुशलता बढाकर हिंदी भाषा के प्रति अभिरुचि बढ़ाना| हिंदी भाषा के प्रति छात्राओं में रूचि निर्माण करना|
विभाग का ध्येय (Mission)
रोजगार अवसरों के बारे में मार्गदर्शन करना| विषय विशेषज्ञों के व्याख्यानों का आयोजन करना| अध्ययनशील वृत्ति परिमार्जित करना|
अनुशासन प्रिय व्यक्तित्व का निर्माण करना|
Name of the programme
Programme Outcomes(POs), Programme Specific Outcomes(PSOs),Course Outcomes(COs)
List of Activities under
each MoU and weblink
yearwise
1
बैंकों में हिंदी का प्रयोग
उद्देश्य: छात्राओ को बैंक में हो रहे
व्यवहार जैसे पैसे जमा करना, पैसे
निकलना, बैंकों में रोजगार के
अवसर आदी सन्दर्भ में जानकारी
प्राप्त हो|
उद्देश्य: 1) छात्राओं को हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति रुचि उत्पन्न करना|
2) हिंदी भाषा और मीडिया के प्रति जानकारी देना|
3) कबीर काव्य के प्रति छात्राओं को अवगत कराना|
4) छात्राओं को हिंदी में रोजगार के अवसरों के बारे में अवगत कराना|
हिंदी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष हिंदी दिवस, विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है| इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता,
अतिथि व्याख्यानमाला, हिंदी प्रश्नमंजुषा प्रतियोगिता, पोस्टर प्रेसेंटेशन, संगोष्ठी प्रस्तुती का आयोजन किया जाता
है| हिंदी भाग की छात्राओं ने 2021-22 इस वर्ष में अविष्कार जैसी विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित
प्रतियोगिताओं में सहभागिता दर्ज की है |
Name of
the
Teacher
Class
Subject
Link
Dr. Yogita Ghumare
T.Y.B.A (S3)
सगुण भक्तिधारा में रामभक्ति
काव्यधारा की प्रवृत्तियाँ या
विशेषताएँ |
हिंदी विभाग के प्राध्यापकों द्वारा अब तक 05 पुस्तक प्रकाशन हुआ है| जो छात्रों के लिए अत्यंत उपयुक्त है|
अनेक राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में विभाग के प्राध्यापकों के शोधलेख प्रकाशित हुए है|
पुरस्कार- 04 ‘मृणाल पांडे के कथासाहित्य में आधुनिकताबोध’ इस विषय पर विभाग द्वारा एक लघुशोध
परियोजना UGC के अंतर्गत पूर्ण की गयी है| विभाग के प्राध्यापक विविध विषयों पर अन्य महाविद्यालयों में
व्याख्यान के लिए आमंत्रित है| इसीप्रकार संसाधन व्यक्ति के रूप में भी विभाग के प्राध्यापकों ने कार्य किया है|
विभाग द्वारा 01 MoU सफल रूप में हुआ है| हिंदी भाषा के विकास के लिए विभाग ने छात्राओं
के लिए 01 राज्यस्तरीय ई- संगोष्टी का आयोजन, 02 राष्ट्रीय ई- संगोष्ठी का आयोजन,
03 राष्ट्रीय प्रश्नमंजुषा प्रतियोगिताओं का आयोजन सफल रूप से किया है|
कमजोरियाँ/कमियाँ-
भाषा प्रयोगशाला उपलब्ध न होने से छात्राओं को उच्चारण में समस्याएं आती है|
अधिकांश छात्राएँ ग्रामीण क्षेत्र की होने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है|
चुनौतियाँ:
अधिकांश कनिष्ठ महाविद्यालयों में हिंदी विषय न होने की वजह से छात्राओं को हिंदी विषय की जानकारी नहीं होती है|
ICT अनुसंधान क्षेत्र में प्रगति|